समझ के साथ पढ़ना, अपनी बात को व्यक्त करना, साधारण गणित करना- ये बच्चों का हक होना चाहिए। हम बड़ों को यह प्रयास करना चाहिए कि हम बच्चों को इन दक्षताओं को हासिल करने में मदद करें। आज की कमजोरियों को अगर हम प्राथमिकता के तौर पर समय नहीं देते हैं और उन्हें दूर नहीं
