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‘बच्चों को स्कूलों के लिए तैयार कर रहे हैं ‘स्कूल रेडीनेस’ मेले’

इस साल पहली कक्षा में बच्चों को दाखिला कराने के लिए एक अलग किस्म की तैयारी में महिलाएं, खासकर माताएं शामिल हुईं। महामारी के कारण बच्चों को पूर्व-प्राथमिक शिक्षा का लाभ उठाने का मौका नहीं मिला था। इस कमी को स्वीकारते हुए गांव-गांव में लोगों ने स्कूल व आंगनवाड़ी के साथ मिलकर ‘स्कूल पूर्व तैयारी’ 

‘बच्चों का आत्मविश्वास बढ़ाएं’

समझ के साथ पढ़ना, अपनी बात को व्यक्त करना, साधारण गणित करना- ये बच्चों का हक होना चाहिए। हम बड़ों को यह प्रयास करना चाहिए कि हम बच्चों को इन दक्षताओं को हासिल करने में मदद करें। आज की कमजोरियों को अगर हम प्राथमिकता के तौर पर समय नहीं देते हैं और उन्हें दूर नहीं